स्टेपल्ड वीजा (Stapled Visa)क्या है ?

 स्टेपल्ड वीजा (Stapled Visa) के बारे में जानने से पहले वीज़ा के बारे में जानना अति आवश्यक है।

Visa एवं Stapled Visa क्या है ? इन दोनों में क्या अंतर है ?

जब कोई पासपोर्ट धारक किसी दूसरे देश में जाता है तो वहां के  आव्रजन अधिकारी  द्वारा उस व्यक्ति के पासपोर्ट के एक पन्ने (page) पर एक मोहर (ठप्पा/seal) लगाया जाता है, जो यह प्रमाणित करता है कि पासपोर्ट धारक व्यक्ति यहां वैध रुप से आया है। इसे ही वीज़ा लगाना कहा जाता है।

  • इस वीज़ा में यह उल्लेख रहता है कि बाहर से आया पासपोर्ट धारक इस देश में कितने दिनों तक रहेगा और वह यहां किस उद्देश्य से आया है। वीज़ा में उल्लेखित तारीख के बाद तक उस देश में रुकना अवैध माना जाता है।
  • इस प्रकार, वीज़ा अन्य देशों में आने-जाने, कार्य करने या उस देश से गुजरने की शासकीय (official) अनुमति पत्र है।
... परन्तु, Stapled Visa में अन्य वीज़ा  की तरह पााासपोर्ट के पेेेज पर ठप्पा नहीं लगाया जाता है, बल्कि स्टेेेेप्लर की सहायता से पासपोर्ट  में एक  अलग अतिरिक्त पेज (extra page) चिपका दिया जाता है। इसी अतिरिक्त पेज  पर पासपोर्ट धारक का विवरण रहता है कि वह यहां कितने दिनों तक रहेगा तथा वह किस उद्देश्य से यहां आया है। 

           स्टेपल्ड वीज़ा से संबंधित विवाद 

  • जैसा कि पहले ही बताया जा चुका है कि अन्य वीज़ा में, पासपोर्ट के एक पेज़ पर आव्रजन अधिकारी का एक ठप्पा लगाया जाता है। इस ठप्पे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई रहती है, जैसे कि — वह व्यक्ति इस देश में कितने अवधि तथा किस उद्देश्य से आया है, इत्यादि। .... लगाया गया वीज़ा उस व्यक्ति के पासपोर्ट पर सदैव ही बना रहता और यह एक रिकॉर्ड (सबूत) की तरह कार्य करता है। जब पासपोर्ट धारक व्यक्ति अपना देश लौटता है तब अधिकारियों द्वारा इसकी जांच की जाती है।
  • परन्तु स्टेपल्ड वीज़ा में ऐसा नहीं होता ! इसमें पासपोर्ट से सारा रिकॉर्ड मिटा दिया जाता है। इसके अंतर्गत, जब पासपोर्ट धारक व्यक्ति अपने देश को लौटाने वाला रहता है तब वीज़ा जारीकर्ता देश द्वारा Stapled Visa को व्यक्ति के पासपोर्ट में से निकाल कर फाड़ दिया जाता है, जिससे पासपोर्ट में यह रिकॉर्ड (सबूत) ही नहीं बचता है कि वह व्यक्ति किस उद्देश्य से एवं कितने अवधि के लिए उस देश में गया था।
  • इस प्रकार, स्टेपल्ड वीज़ा को देश के आन्तरिक सुरक्षा के लिए खतरा माना जाता है, क्योंकि इससे यह पता नहीं किया जा सकता है कि वह व्यक्ति दूसरे देश में जाकर क्या काम करता है। .... हो सकता है कि स्पेपल्ड वीज़ा धारक व्यक्ति स्टेपल्ड वीज़ा जारीकर्ता देश में जाकर आतंकवादी संगठनो या अलगाववादी संगठनों से संपर्क करता हो या उनके साथ काम करता हो।
  • विशेषकर एक शत्रु देश द्वारा ही अपने शत्रु देश  के लिए Stapled Visa जारी किया जाता है। इसे किसी दूसरे देश के एक क्षेत्र विशेष के लिए भी जारी किया जाता है।    उदाहरणार्थ — चीन द्वारा हमारे जम्मू एवं कश्मीर (J&K) एवं अरुणाचल प्रदेश के लिए स्टेपल्ड वीज़ा जारी किया जाता है। हालांकि भारत चीन के इस नीति का विरोध करता आ रहा है।
  • हमारे अरुणाचल प्रदेश एवं J&K को चीन अपना हिस्सा बताता है, और इसी हैसियत से वह अरुणाचल प्रदेश एवं J&K के लिए स्टेपल्ड वीज़ा जारी करता है। इस वीज़ा को जारी करने के पीछे वह अपना अलग ही तर्क़ देता है। ..... चीन चाहे जो भी तर्क़ दे, परन्तु सच तो यह है कि वह अरुणाचल प्रदेश एवं J&K में आतंकवादी एवं अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा देकर इन्हें अस्थिर (unstable) करना चाह रहा है, क्योंकि इस वीज़ा को धारण करने वाले लोगों के गतिविधियों को ट्रैक नहीं किया जा सकता।

           कौन-कौन देश इसे जारी करता है ?

  • इसे (Stapled Visa को) कई देशों द्वारा जारी किया जाता है, जैसे— चीन, ईरान, सीरिया, क्यूबा एवं उत्तर कोरिया।

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